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आजकल हर कोई EMI और लोन की जंजीरों में फंसा हुआ नजर आता है। Reddit पर हाल ही में एक यूजर ने अपनी दिल छू लेने वाली कहानी शेयर की, जिसमें उसने बताया कि उसकी मंथली सैलरी सिर्फ ₹30,000 है लेकिन वह ₹22,800 की EMI चुका रहा है।
💭 यूजर का दर्द
उसने लिखा:
“मेरे ऊपर पहले से ही 4 लोन चल रहे हैं और हर महीने ₹22,800 EMI देनी पड़ती है। अब सोच रहा हूँ कि नया लोन लेकर पुराने लोन खत्म कर दूं। क्या यह सही रहेगा?”
इस पोस्ट के वायरल होते ही कई लोगों ने अपनी राय दी। किसी ने कहा – “नया लोन लेना मतलब अपने भविष्य को और डुबाना।” तो किसी ने सलाह दी – “इमरजेंसी फंड बनाओ और खर्चों को कट करो।”
क्या नया लोन लेना सही है?
फाइनेंस एक्सपर्ट्स के मुताबिक, Debt Trap में फंसना सबसे बड़ा रिस्क है। जब आपकी EMI आपकी इनकम का 50% से ज्यादा हो, तो:
✅ किसी नजदीकी काउंसलर या फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लें।
✅ लोन कंसॉलिडेशन का विकल्प देखें।
✅ खर्चों को मिनिमम करें और जरूरी खर्च ही रखें।
✅ किसी भी हालत में Credit Card का मिनिमम पेमेंट कर बचने की बजाय पूरा बिल चुकाएं।
✅ अगर बहुत ज्यादा लोन है तो Personal Loan Balance Transfer करके interest rate घटाने की कोशिश करें।

सोशल मीडिया पर बहस
Reddit यूजर की इस पोस्ट पर हजारों कमेंट आए। कुछ लोगों ने लिखा –
- “India में Salary और खर्चों का यही हाल है।”
- “Financial literacy सबसे जरूरी है, वरना लोग कर्ज में डूबते जाएंगे।”
- “नया लोन लेकर पुराना लोन चुकाने की बजाय Side Income के ऑप्शन तलाशो।”
Final Advice
यदि आप भी ऐसे ही हालात में हैं तो याद रखें, लोन लेना आखिरी विकल्प होना चाहिए। पहले:
- Budget बनाएं
- खर्चे लिखें
- EMI Ratio जांचें (Income का 40% से ज्यादा EMI नहीं होना चाहिए)
- Saving Discipline बनाएं
नया लोन लेने से कुछ समय के लिए राहत मिल सकती है, लेकिन यह फाइनेंसियल लाइफ को और खतरनाक मोड़ पर ले जा सकता है।
Conclusion
Reddit की यह कहानी लाखों मिडल क्लास लोगों की सच्चाई बयां करती है। इस पोस्ट को शेयर करें ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग EMI और लोन के जाल से बचने की सीख ले सकें।