“ईरान‑इज़राइल युद्धविराम से ग्लोबल बाजार में जबरदस्त उछाल – निवेशकों में लौटी उम्मीद”
📰 ईरान‑इज़राइल युद्धविराम से ग्लोबल बाजार में जबरदस्त उछाल – निवेशकों में लौटी उम्मीद
🔍 परिचय
ईरान और इज़राइल के बीच हाल ही में हुए संघर्ष के बाद जैसे ही युद्धविराम (Ceasefire) की घोषणा हुई, वैश्विक बाजारों में सकारात्मक रुख देखने को मिला। निवेशकों में राहत की लहर दौड़ गई और कई प्रमुख सूचकांक तेजी से ऊपर चढ़ने लगे। इस खबर ने केवल पश्चिमी बाजारों को ही नहीं, बल्कि भारतीय शेयर बाजार को भी मजबूत बढ़त दिलाई।

📈 बाजार में कैसा रहा असर?
भारत में:
- सेंसेक्स लगभग 500 अंक चढ़ा और 82,500 के पास बंद हुआ।
- निफ्टी भी 146 अंकों की मजबूती के साथ 25,190 पर बंद हुआ।
- बैंकिंग, मेटल, और ऑटो सेक्टर में विशेष उछाल देखने को मिला।
वैश्विक बाजारों में:
यूरोपीय बाजारों में निवेशकों ने जोखिम भरे एसेट्स में दोबारा भरोसा दिखाया।
अमेरिका का NASDAQ और Dow Jones दोनों में तेजी रही।
🕊️ युद्धविराम की वजह से मिली राहत
ईरान और इज़राइल के बीच चल रहे तनाव ने वैश्विक निवेशकों को आशंकित कर रखा था। परंतु दोनों देशों द्वारा संयुक्त रूप से सीजफायर की पुष्टि करने के बाद तेल की कीमतों में स्थिरता आई और भविष्य में व्यापार सुगमता की उम्मीद जगी।
Iran strikes into Isreal before and after US strikes on Iran's civilian nuclear facilities w/ Israel's anti-aircraft system essentially ineffective
— Mohamed Elmaazi (@MElmaazi) June 24, 2025
via Indonesian YouTube channel Update Pertahananhttps://t.co/T60QTshDgz pic.twitter.com/nOZwsQQD60
💼 निवेशकों के लिए क्या है मायने?
- लघु अवधि में मुनाफे के मौके – युद्धविराम की घोषणा के साथ बाजारों में आई तेजी का लाभ निवेशक शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग से उठा सकते हैं।
- तेल और गैस की कीमतों में स्थिरता – कच्चे तेल की कीमतों पर नियंत्रण से इन्फ्लेशन (महंगाई) दबाव में कमी आ सकती है।
- रूपये में मजबूती – विदेशी निवेशकों की वापसी से भारतीय रुपया थोड़ा मजबूत हो सकता है।
BREAKING NEWS : Israel Fires Missiles In Anger, Iran Pulls Out Of Nuclear Talks! 📷
— update on time (@raziqurashi665) June 22, 2025
The Middle East Is Headed For A New Round Of Conflict. #IranIsraelConflict #IsraeliranWar #Isreal #Iran #America pic.twitter.com/IhuHnEkGGL
🧠 निष्कर्ष
ईरान‑इज़राइल के बीच हुए युद्धविराम से वैश्विक और भारतीय निवेशकों ने राहत की सांस ली है। यह घटनाक्रम बाज़ारों में नयी उम्मीद और स्थिरता लेकर आया है। आगे आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह शांति बनी रहती है और निवेश का माहौल और बेहतर होता है।