8 साल बाद टेस्ट टीम में वापसी: करुण नायर की संघर्ष से भरी कहानी और दमदार वापसी

करुण नायर की प्रेरणादायक वापसी: 8 साल बाद फिर से टेस्ट टीम में जगह

करुण नायर, जिनका नाम 2016 में भारत के लिए तिहरा शतक जड़ने वाले बल्लेबाज़ के तौर पर इतिहास में दर्ज है, एक बार फिर सुर्खियों में हैं। 8 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद करुण ने भारतीय टेस्ट टीम में वापसी की है, जो किसी भी क्रिकेटर के लिए एक असाधारण उपलब्धि है।

करुण नायर का सफर: संघर्ष से वापसी तक

करुण नायर का जन्म 6 दिसंबर 1991 को जोधपुर, राजस्थान में हुआ था। लेकिन वह केरल मूल के हैं और क्रिकेट की ट्रेनिंग बेंगलुरु में ली। 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ अपने तीसरे ही टेस्ट में 303* रन बनाकर उन्होंने इतिहास रच दिया। इसके बाद उम्मीद थी कि उनका करियर ऊँचाइयों पर जाएगा, लेकिन फॉर्म और चयनकर्ताओं की प्राथमिकताओं के चलते वह टीम से बाहर हो गए।

घरेलू क्रिकेट में धमाका

करुण ने हार नहीं मानी। 2023 से 2025 तक घरेलू क्रिकेट में जबरदस्त प्रदर्शन किया।

  • विजय हज़ारे ट्रॉफी 2024–25 में 542 रन बिना आउट हुए – एक नया विश्व रिकॉर्ड।
  • रणजी ट्रॉफी 2024–25 में 863 रन, जिसकी बदौलत विदर्भ ने ट्रॉफी जीती।

IPL 2025 में शानदार प्रदर्शन

2025 में दिल्ली कैपिटल्स की टीम में करुण को मौका मिला। उन्होंने मुंबई इंडियंस के खिलाफ 40 गेंदों में 89 रनों की तूफानी पारी खेली और बता दिया कि वह अभी खत्म नहीं हुए हैं। उनका IPL स्ट्राइक रेट 131+ है और वह 84 मैचों में 1,694 रन बना चुके हैं।

भारत की टेस्ट टीम में वापसी

करुण की मेहनत रंग लाई और जुलाई 2025 में उन्हें इंग्लैंड दौरे के लिए भारतीय टेस्ट टीम में शामिल किया गया। हालांकि शुरुआती मैचों में उन्हें बड़ी पारी खेलने का मौका नहीं मिला, लेकिन टीम मैनेजमेंट उनके अनुभव को महत्व दे रहा है।

डिस्क्लेमर :

यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई जानकारी विभिन्न ऑनलाइन स्रोतों से ली गई है और इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि लेखक द्वारा नहीं की गई है। कृपया किसी भी प्रकार की आधिकारिक जानकारी या पुष्टि के लिए संबंधित क्रिकेट बोर्ड या वेबसाइट से संपर्क करें।

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